रक्षा बन्धन पर्व 2023: भाई-बहन के प्रेम का अनोखा उत्सव।Raksha Bandhan।

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रक्षा बन्धन पर्व 2023

रक्षा बन्धन, जिसे राखी का त्योहार भी कहा जाता है, हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। यह त्योहार भाई-बहन के प्रेम और स्नेह को मनाने के लिए मनाया जाता है। रक्षा बन्धन का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस साल, रक्षा बन्धन 30 अगस्त 2023 को मनाया जाएगा।

रक्षा बन्धन पर्व 2023

रक्षा बन्धन की कहानी भगवान कृष्ण और उनकी बहन सुभद्रा से जुड़ी हुई है। सुभद्रा, श्रीकृष्ण की बड़ी बहन थीं। एक बार, जब श्रीकृष्ण भगवान शिव की पूजा कर रहे थे, तो इंद्र ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया। इंद्र ने अपना वज्र चलाकर श्रीकृष्ण पर हमला किया, लेकिन सुभद्रा ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा श्रीकृष्ण की कलाई पर बांध दिया। इस रक्षा धागे के प्रभाव से, इंद्र का वज्र श्रीकृष्ण को नुकसान नहीं पहुंचा सका।

इस घटना के बाद, सुभद्रा ने भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक के रूप में राखी बांधने की प्रथा शुरू की। आज भी, बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उन्हें लंबी आयु और खुशहाल जीवन की कामना करती हैं।

रक्षा बन्धन पर्व का महत्व

रक्षा बन्धन पर्व भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। यह त्योहार बहनों को अपने भाइयों के लिए अपनी रक्षा का वादा करने और भाइयों को अपनी बहनों की रक्षा करने का संकल्प लेने का अवसर देता है।

रक्षा बन्धन पर्व भारत के अलावा, नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, मॉरीशस और गुयाना आदि देशों में भी मनाया जाता है।

रक्षा बन्धन पर्व की परंपराएं

रक्षा बन्धन पर्व पर, बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं। राखी एक विशेष प्रकार का धागा होता है, जिसे आमतौर पर लाल या नीले रंग में बनाया जाता है। राखी पर आमतौर पर भगवान कृष्ण और उनकी बहन सुभद्रा की तस्वीरें या प्रतीक चिन्ह बनाए जाते हैं।

राखी बांधने के बाद, बहनें अपने भाइयों को मिठाई और अन्य उपहार देती हैं। भाइयों को अपनी बहनों को भेंट देना भी चाहिए।

रक्षा बन्धन पर्व पर, भाई बहनों को एक-दूसरे के साथ समय बिताना चाहिए और अपनी भावनाओं को व्यक्त करना चाहिए। यह त्योहार भाई-बहन के प्रेम को मजबूत करने और उनके बीच के रिश्ते को और भी गहरा करने का एक अवसर है।

रक्षा बन्धन पर्व के शुभ मुहूर्त

रक्षा बन्धन पर्व का शुभ मुहूर्त 30 अगस्त 2023 को सुबह 9:28 मिनट से 21:14 बजे तक है। इस दौरान बहनें अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं।

रक्षा बन्धन पर्व के दिन बहनों को चाहिए कि वे अपने भाइयों को राखी बांधने के बाद, उन्हें तिलक लगाएं और उनकी आरती करें। इसके बाद, वे अपने भाइयों को मिठाई और अन्य उपहार दे सकती हैं।

रक्षा बन्धन पर्व एक विशेष अवसर है, जब भाई-बहन एक-दूसरे के साथ समय बिताकर अपने रिश्ते को मजबूत कर सकते हैं।

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